आर्यिका

तीर्थंकर समवशरण में आर्यिकाएँ तीसरे हॉल में बैठती है।

आर्यिका शब्द का प्रयोग जैन धर्म में साध्वियों के लिए किया जाता है। [1]

इन्हें भी देखें

नोट

सन्दर्भ