उत्तर पुरापाषाण काल
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भौगोलिक विस्तार | यूरोप, अफ्रीका, एशिया |
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काल | पाषाण युग |
तिथियाँ | 50,000 से 12,000 वर्ष पूर्व |
पूर्ववर्ती | मध्य पुरापाषाण काल |
परवर्ती | मेसोलिथिक |
उत्तर पुरापाषाण काल पुरापाषाण युग का तीसरा और अंतिम उपखंड है। यह काल 50,000 से 12,000 वर्ष पूर्व तक का माना जाता है, जो कि होलोसीन की शुरुआत से मेल खाता है। इस अवधि को मानवों के व्यवहारिक आधुनिकता की शुरुआत से भी जोड़ा गया है, जब आधुनिक मानव प्रजाति के सदस्य ने जटिल औजारों और कला का निर्माण शुरू किया। इस काल के दौरान कई महत्वपूर्ण मानव विकास की घटनाएँ घटीं, जैसे कि आधुनिक मानवों का अफ्रीका से बाहर प्रसार और निएंडरथल्स का विलुप्त होना।[1]
काल और भूगोल
ऊतरी पुरापाषाण काल की शुरुआत लगभग 50,000 वर्ष पहले हुई थी और इसका अंत लगभग 12,000 वर्ष पूर्व हुआ। यह काल मुख्य रूप से उत्तर गोलार्ध में फैला हुआ था, विशेष रूप से यूरोप, अफ्रीका और एशिया के हिस्सों में। इस काल में विभिन्न प्रकार की जलवायु और भौगोलिक परिवर्तन हुए, जो मानव जीवन के विकास और उनकी सभ्यता पर महत्वपूर्ण प्रभाव डालते थे।[2]
जीवनशैली और प्रौद्योगिकी
इस काल में मनुष्यों ने अधिक उन्नत औजारों का निर्माण किया। इन औजारों में पत्थर, हड्डी और हाथी दांत का उपयोग किया गया। इस काल के शिकार समूहों ने जटिल औजारों का उपयोग करके खाद्य संसाधनों की खोज की, और पहले-पहल मछली पकड़ने के प्रमाण भी मिले हैं। विभिन्न प्रकार के शिकार, जैसे कि मृग, कारिबू, और जंगली मृग, मानव सभ्यता के लिए महत्वपूर्ण स्रोत थे।
इस समय कला का विकास भी हुआ, जैसे कि गुफाओं की चित्रकला, हड्डियों और हाथी दांत पर नक्काशी, और उकेरे गए चित्र। सबसे प्रसिद्ध चित्रकला उदाहरण लास्कॉक्स गुफा (फ्रांस) में पाए गए चित्र हैं, जिनमें जानवरों और कुछ प्रतीक चिन्हों का चित्रण किया गया है। इसके अलावा, ऊपरी पुरापाषाण काल के दौरान कुछ प्राचीन लेखन के प्रारूप भी विकसित हो सकते हैं, जिनमें अंक और प्रतीक शामिल थे, जो किसी विशेष समयकाल में शिकार के व्यवहार को रिकॉर्ड करने के लिए उपयोग किए जाते थे।[3]
जलवायु और भूगोल में बदलाव
इस काल में कई जलवायु परिवर्तन हुए, जैसे कि अंतिम हिम युग के दौरान उत्तरी यूरोप में बर्फ की चादरें फैली हुई थीं। इससे मानव समूहों को ठंडी और कठोर परिस्थितियों में जीवनयापन करना पड़ा। धीरे-धीरे जलवायु में बदलाव आया और इस बदलाव ने कृषि के विकास और मानव सभ्यताओं के उन्नति में मदद की।
सांस्कृतिक और सामाजिक परिवर्तन
ऊतरी पुरापाषाण काल में मानव समाजों के सामाजिक संगठन में भी बदलाव हुआ। एक स्थायी और व्यवस्थित जीवनशैली का प्रमाण मिलता है, जहाँ शिकार और संग्रहण आधारित जीवनशैली के अलावा, कुछ समूहों ने कृषि की ओर कदम बढ़ाए। यह काल मानव सभ्यता के विकास का महत्वपूर्ण चरण था, जिसमें सामाजिक संरचनाओं और व्यवहार में महत्वपूर्ण बदलाव हुए।
निष्कर्ष
उत्तरी पुरापाषाण काल मानव इतिहास का एक महत्वपूर्ण और परिवर्तनकारी दौर था। इस काल में तकनीकी, सांस्कृतिक, और सामाजिक विकास के कई महत्वपूर्ण कदम उठाए गए, जिन्होंने आधुनिक मानव सभ्यता की नींव रखी।
संदर्भ
- ↑ Soffer, Olga (2013-10-22). The Upper Paleolithic of the Central Russian Plain (अंग्रेज़ी में). Elsevier. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 978-1-4832-8918-2.
- ↑ "Wiley Online Library". Wiley Online Library (अंग्रेज़ी में). अभिगमन तिथि 2025-01-17.
- ↑ Dickson, D. Bruce (1992-07). The Dawn of Belief: Religion in the Upper Paleolithic of Southwestern Europe (अंग्रेज़ी में). University of Arizona Press. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 978-0-8165-1336-9.
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