केल्ट

पारंपरिक दृष्टिकोण से समय के साथ सेल्टिक लोगों का वितरण।

केल्ट्स (/kɛlts/ KELTS) या केल्टिक लोग (/ˈkɛltɪk/ KEL-tik) यूरोप और आनातोलिया में रहने वाले इंडो-यूरोपीय लोगों का एक समूह थे जिन्हें उनकी केल्टिक भाषाओं के प्रयोग और अन्य सांस्कृतिक समानताओं के कारण पहचाना जाता था।[1] प्रमुख केल्टिक समूहों में गॉल, आइबेरिया के सेल्टिबेरियन और गैलेसी, ब्रिटेन और आयरलैंड के ब्रिटन, पिक्ट्स और गेल तथा बोई और गैलाटियन शामिल थे। सेल्टिक दुनिया में जातीयता, भाषा और संस्कृति के अंतर्संबंध अस्पष्ट और विवादित हैं। उदाहरण के लिए ब्रिटेन और आयरलैंड के लौह युग के लोगों को किस तरह से सेल्ट्स कहा जाना चाहिए इस पर विवाद है।[2] वर्तमान विद्वानों के अनुसार केल्ट शब्द का तात्पर्य मुख्यतः किसी एक जातीय समूह से नहीं बल्कि केल्टिक भाषा बोलने वालों से है।

द्वीपीय केल्टिक संस्कृति में विविधता आई और मध्ययुगीन तथा आधुनिक काल में गेल (आयरिश, स्कॉट्स और मैनक्स) तथा सेल्टिक ब्रिटान (वेल्श, कोर्निश और ब्रेटन) की संस्कृति विकसित हुई। ब्रिटेन, आयरलैंड और गलिशिया जैसे अन्य यूरोपीय क्षेत्रों में रोमांटिक केल्टिक पुनरुत्थान के एक भाग के रूप में एक आधुनिक केल्टिक पहचान का निर्माण किया गया।

उत्पत्ति

केल्टिक भाषाएँ इंडो-यूरोपीय भाषाओं की एक शाखा हैं। जब 400 ईसा पूर्व के आसपास सकेल्ट्स का पहली बार लिखित अभिलेखों में उल्लेख मिलता है तब तक वे कई भाषा समूहों में विभाजित हो चुके थे तथा पश्चिमी मुख्य भूमि यूरोप, इबेरिया प्रायद्वीप, आयरलैंड और ब्रिटेन के अधिकांश हिस्सों में फैले हुए थे। ये भाषाएं सेल्टिबेरियन, गोइडेलिक और ब्रिटोनिक शाखाओं में विकसित हुईं।[3]

इन्हें भी देखें

सन्दर्भ

  1. वॉल्डमेन, कार्ल; मेसन, कैथरीन (2006). "इनसाइक्लोपीडिया ऑफ यूरोपियन पीपुल्स" (अंग्रेज़ी में). इन्फोबेस पब्लिशिंग. अभिगमन तिथि 21 जनवरी 2025.
  2. प्रायर, फ्रांसिस. ब्रिटेन बी.सी (2004 संस्करण). लंदन: हार्पर पेरेनियल. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 978-0-00-712693-4.
  3. "केल्टिक लैंग्वेज ब्रांच - ओरिजिंस & क्लासिफिकेशन". MustGo.com. अभिगमन तिथि 21 जनवरी 2025.