डैनियल (बाइबिल)

डैनियल
पीटर पाल रूबेंस द्वारा डैनियल इन द लॉयन्स डेन (ल. 1614)
पैगम्बर
(में) श्रद्धेय
प्रमुख तीर्थस्थानईरान के सुसा में डैनियल का मकबरा
संत-पर्व दिवसजुलाई 21: रोमन कैथोलिक धर्म
दिसम्बर 17: यूनानी ऑर्थोडॉक्सी
पिन्तेकुस्त के चौथे रविवार के बाद का मंगलवार: अर्मेनियाई अपोस्टोलिक चर्च
संत विशेषता व प्रतीकअक्सर शेरों की मांद में चित्रित किया जाता है
परम्परा6वीं सदी ईसा पूर्व

डैनियल[a] छठी सदी ईसा पूर्व की पुस्तक बुक ऑफ़ डैनियल का मुख्य पात्र है। हिन्द्रू बाइबिल के अनुसार डैनियल यरुशलम का कुलीन यहूदी युवक था। उसे बाबिल के नबूकदनेस्सर द्वितीय ने बंदी बना लिया था। उसने फ़ारसी विजेता साइरस के समय और उसके उत्तराधिकारियों की अपनी वफादारी और योग्यता के सथ सेवा की। इस दौरान वो इजराइल के भगवान के प्रति सच्चा रहा।[1] कुछ रूढ़िवादी विद्वान मानते हैं कि डैनियल अस्तित्व में था जिसकी पुस्तक छठी सदी ईसा पूर्व में लिखी गयी[2][3] जबकि अधिकतर विद्वान डैनियल को ऐतिहासिक व्यक्ति नहीं मानते और पुस्तक में दूसरी सदी ईसा पूर्व काल के हेलेनिस्टिक राजा एंटियोकस चतुर्थ एपिफेन्स के शासनकाल का संकेत देती है।[4][5]

छ नगरों में डैनियल का मकबरा होने का दावा किया जाता है जिनमें सबसे प्रसिद्ध दक्षिण ईरान के सुसा मे में स्थित मकबरा है उस क्षेत्र को शुश-ए डैनियल के नाम से जाता है।[6] वो यहूदी धर्म में पैंगम्बर नहीं है[7] लेकिन रब्बियों ने उन्हें बाबिल प्रवासियों में सबसे प्रतिष्ठित सदस्य माना जाता है। उनके अनुसार डैनियल धर्मपरायण और अच्छे कर्मों वाला व्यक्ति था और दुश्मनों से घिरे होने के बाद भी कानून का दृढ़ता से पालन करता था। उन्होंने शुरूआती कुछ सदियों में उनके नाम के आसपास कई किवदंतियों को लिखा।[8] उन्हें ईसाई धर्म में पैगम्बर माना जाता है लेकिन कुरान में उनका उल्लेख नहीं है, मुस्लिम स्रोत उन्हें एक पैगम्बर के रूप में वर्णित करते हैं।

टिप्पणी

  1. डैन पुस्तक में केवल 6:22, इब्रानी नामדָּנִיֶּאל

सन्दर्भ

  1. Redditt 2008, पृ॰प॰ 181–82.
  2. Sprinkle 2020, पृ॰ 6.
  3. Tanner 2021, पृ॰ 39.
  4. Collins 1999, पृ॰ 219.
  5. Noegel & Wheeler 2002, पृ॰ 74.
  6. Gottheil & König 1906.
  7. Noegel & Wheeler 2002, पृ॰ 76.
  8. Ginzberg 1998, पृ॰ 326.

स्रोत