नॉर्स पौराणिक कथायें

नॉर्स पौराणिक कथाओं के चित्रण के साथ त्जेंग्विडे पत्थर

नॉर्स (Norse), नॉर्डिक (Nordic) अथवा स्कैंडिनेवियाई पौराणिक कथायें (Scandinavian mythology) उत्तर जर्मन लोगों से सम्बंधित मिथकों को कहते हैं। ये पुराने नॉर्स धर्म से उत्पन्न हुई और स्कैंडिनेविया के ईसाईकरण के बाद आधुनिक काल में नॉर्डिक लोककथा के रूप में जारी हैं। जर्मन पौराणिक कथाओं का उत्तरी विस्तार और प्रोटो-जर्मन लोककथाओं से उत्पन्न नॉर्स पौराणिक कथाओं में विभिन्न देवताओं, प्राणियों और नायकों की कहानियाँ हैं। ये कहानियाँ पैगनकाल के पहले और बाद के विभिन्न स्रोतों से व्युत्पन्न हैं और इनमें विभिन्न पांडुलिपियाँ, पुरातात्विक चित्रण और लोक-परम्परायें शामिल हैं। इससे सम्बंधित स्रोतों में विभिन्न देवताओं का उल्लेख है जिनमें हथोड़े के देवता थोर, रेवेन-फ्लैंक वाले देवता ओडिन, देवी फ़्रीजा और अन्य कई देवता शामिल हैं।

अधिकांश प्रचलित पौराणिक कथायें देवताओं की दुर्दशा और होनी के साथ उनकी अंतक्रिया पर केन्द्रित हैं। इसमें मानवता और जोतनार जैसे कई अन्य प्राणियों की कहानियाँ हैं जो देवताओं के मित्र, प्रेमी, शत्रु या परिवार के सदस्य हो सकते हैं। नॉर्स मिथकों के अनुसार ब्रह्माण्ड में नौ दुनिया शामिल हैं जो एक पवित्र वृक्ष यग्द्रासिल पर स्थित हैं। समय की इकाइयों और ब्रह्माण्ड के विभिन्न अवयवों को देवताओं या प्राणियों के रूप में दिखाया गया है। इनमें सृष्टि के निर्माण के विभिन्न मिथकों का वर्णन मिलता है जिनके अनुसार दुनिया का निर्माण आदि प्राणी यमीर के मांस से बनाया जाता है। इससे बनने वाले पहले दो मानव अस्क (महिला) और एम्ब्ला (पुरुष) हैं। भविष्य के बारे में इन मिथकों में यह कहा गया है कि रंगरोक की घटनाओं के बाद दुनिया का पुनः निर्माण होगा। इन घटनाओं के अनुसार देवताओं और उनके दुश्मनों के बीच बहुत बड़ा युद्ध होता है और दुनिया आग की लपटों से घिर जाती है, इसके बाद इसका नये सिरे से पुनः निर्माण होता है।

फारबाउटी और लॉफी के पुत्र भगवान लोकी

शब्दावली

नॉर्स लोगों के ऐतिहासिक धर्म को आमतौर पर नॉर्स पौराणिक कथाओं में रूप में जाना जाता है। इनके लिए अन्य शब्द स्कैंडिनेवियाई पौराणिक कथायें,[1][2][3] उत्तरी जर्मनी की पौराणिक कथायें[4] या नॉर्डिक पौराणिक कथायें हैं।[5]

सन्दर्भ

  1. Rooth, Anna Birgitta (1961). Loki in Scandinavian Mythology. C. W. K. Gleerup. मूल से 19 April 2023 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 7 September 2018.
  2. Lindow, John (1997). Murder and vengeance among the gods: Baldr in Scandinavian mythology, Edition 262. फिनिश एकेडमी ऑफ साइंस एंड लेटर्स. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 9514108094. मूल से 19 April 2023 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 3 October 2020.
  3. Lindow, John (1988). Scandinavian Mythology: An Annotated Bibliography. गारलैंड विज्ञान. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 0824091736. मूल से 19 April 2023 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 7 September 2018.
  4. Murdoch, Brian; Hardin, James N.; Read, Malcolm Kevin (2004). Early Germanic Literature and Culture [प्रारंभिक जर्मन साहित्य और संस्कृति]. बॉयडेल और ब्रेवर. पपृ॰ 98–99. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 157113199X. Of even more importance is Snorri Sturluson, the Icelandic scholar and politician, who did our knowledge of heathen religion such good service... he offers a scholarly portrayal of Old Norse mythology, which is admittedly heavily influenced by his Christian education and classical education, but remains nonetheless our most important medieval source for North Germanic mythology.
  5. Colum, Padraic (2012). Nordic Gods and Heroes. कूरियर कोर्पोरेशन. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 9780486119359. मूल से 19 अप्रैल 2023 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 7 सितम्बर 2018.

बाहरी कड़ियाँ