प्रारंभिक आधुनिक काल
प्रारंभिक आधुनिक काल एक ऐतिहासिक काल है जो सामान्यतः 16वीं शताब्दी के प्रारंभ से लेकर 19वीं शताब्दी के प्रारंभ तक फैला माना जाता है (लगभग 1500–1800)। यह काल यूरोप के इतिहास से संबंधित है और इसे मध्यकाल के बाद तथा आधुनिकता के आगमन से पहले का काल माना जाता है। हालांकि, इस काल की शुरुआत और समाप्ति के संदर्भ में इतिहासकारों के बीच सहमति नहीं है। विश्वव्यापी दृष्टिकोण से, प्रारंभिक आधुनिक काल को ऐसे समय के रूप में देखा जाता है जब वैश्विक दृष्टि से बदलाव और विकास के नए आयाम उभरे।[1]
प्रारंभिक आधुनिक काल की शुरुआत को लेकर विभिन्न घटनाओं को महत्वपूर्ण माना गया है, जैसे 1453 में कॉन्स्टेंटिनोपल की पतन, पुनर्जागरण की शुरुआत, धर्म सुधार (प्रोटेस्टेंट आंदोलन) और यूरोपीय उपनिवेशीकरण की शुरुआत। इस काल के अंत को फ्रांसीसी क्रांति (1789), अमेरिकी क्रांति या नेपोलियन की शक्ति में वृद्धि से जोड़ा गया है।[2]
इस काल की प्रमुख विशेषताओं में वैश्वीकरण की प्रक्रिया का विस्तार, नई अर्थव्यवस्थाओं और संस्थाओं का निर्माण, वैज्ञानिक प्रयोगों में वृद्धि, प्रौद्योगिकी में तेज प्रगति, और राष्ट्र राज्यों का उदय शामिल हैं। इसके अलावा, इस समय के दौरान व्यापार, विज्ञान, कला, और राजनीति में भी महत्वपूर्ण बदलाव आए। मार्केटिंग और व्यापार संबंधी सिद्धांतों ने भी एक नया मोड़ लिया, जिसमें व्यापारिक विचारधारा और व्यापारिक संस्थाओं का विकास हुआ।[3]
इतिहासकार लिन थॉर्नडाइक द्वारा 1926 में "प्रारंभिक आधुनिक काल" शब्द का प्रस्ताव किया गया था, और 1940-1950 के दशक में इसे अर्थशास्त्र और इतिहास के अन्य क्षेत्रों में अपनाया गया। 1990 के दशक तक यह शब्द विद्वानों के बीच सामान्य रूप से स्वीकार किया गया।
यह काल नई दुनिया के उदय, यूरोपीय उपनिवेशीकरण, और वैश्विक आर्थिक एवं सांस्कृतिक कनेक्शन की शुरुआत के रूप में महत्वपूर्ण था।
सन्दर्भ
- ↑ "Early modern Europe: an introduction". Open Learning (अंग्रेज़ी में). अभिगमन तिथि 2025-01-25.
- ↑ "Early Modern Period - an overview | ScienceDirect Topics". www.sciencedirect.com. अभिगमन तिथि 2025-01-25.
- ↑ "प्रारंभिक आधुनिक काल". study.com. अभिगमन तिथि 2025-01-25.