मझधार

मझधार

मझधार का पोस्टर
निर्देशक इस्माईल श्रॉफ
लेखक सलीम ख़ान
निर्माता प्रवीण ठक्कर
अभिनेता सलमान ख़ान,
मनीषा कोइराला,
राहुल रॉय
संगीतकार नदीम श्रवण
प्रदर्शन तिथियाँ
29 मार्च, 1996
देश भारत
भाषा हिन्दी

मझधार 1996 में जारी हुई हिन्दी भाषा की फिल्म है। फिल्म के कलाकारों में सलमान खान, मनीषा कोइराला और राहुल रॉय शामिल हैं।

संक्षेप

यह कहानी तीन बचपन के सबसे अच्छे दोस्त की है: कृष्णा, राधा और गोपाल (एक अनाथ)। कृष्णा (राहुल रॉय) और राधा (मनीषा कोइराला) प्यार में हैं और गोपाल राधा से प्यार करता है। गोपाल कमाई करने और वित्तीय रूप से मजबूत बनने के लिए जाता है ताकि उसकी वापसी पर वह राधा से शादी कर सके। इस बीच जब गोपाल चला गया, कृष्णा और राधा बहुत घनिष्ठ संबंध में शामिल हो गए जिसके परिणामस्वरूप राधा गर्भवती हो गई। तब गोपाल (सलमान खान) राधा के जीवन में लौट आता है। राधा जो अभी भी कृष्णा से प्यार करती है, गोपाल के लिए अपनी भावनाओं को व्यक्त करने में असमर्थ हैं। गोपाल के लिए हालात अनुकूल हो जाते हैं और वह राधा से शादी करने में सफल होता है और बाद में राधा एक शिशु (कृष्णा के बच्चे) को जन्म देती है। दोषी राधा गोपाल को शांति के साथ छोड़ती है (जो सोचता है कि शांति उसकी बेटी है) और कभी वापस नहीं आती। वो अपने पिता के घर में छुपती है। बाद में राधा नदी में कूदकर आत्महत्या करने का प्रयास करती है लेकिन विफल रहती है। उसे पुलिस द्वारा पकड़ा जाता है और वे उसे अपनी निगरानी में रखते हैं। गोपाल को पता चला कि वह कहाँ है और राधा से मिलने आता है। राधा गोपाल को बताती हैं कि वह कृष्णा से प्यार करती थी और शांति कृष्णा की बेटी है। गोपाल टूट जाता है और कहता है कि सब कुछ ठीक हो जाएगा। वह अपनी इच्छा और हाथों से शांति को कृष्णा के पास पत्र के साथ भेजता है। कहता कि वह वैसे ही जा रहा है जैसे आया था। कृष्णा की बेटी को अपने असली पिता को सौंपकर गोपाल फैसला करता है कि वह अपनी सारी संपत्ति शांति को दे रहा है। इसके साथ ही वो वहां तलाक के कागजात भेजता है। वह राधा को इस रिश्ते से मुक्त कर रहा है ताकि वह अपनी जिंदगी अपने तरीके से जी सके। गोपाल फिर जहाज से चला गया। भविष्य में, बुजुर्ग गोपाल बिस्तर पर लेटे हुए कृष्णा से मिलता है और कहता है कि वह सिर्फ कृष्ण से मिलना चाहता था और अब वह मर सकता है। गोपाल मर जाता है। कृष्णा अपनी बेटी से कहता है कि उसी रात जब गोपाल चला गया, राधा हर किसी को छोड़कर अपना बाकी जीवन व्यतीत करने के लिए आश्रम चली गई। कृष्णा ने दूसरे दिन पत्र पढ़ा था कि राधा की मृत्यु हो गई है।

मुख्य कलाकार

संगीत

सभी गीत समीर द्वारा लिखित; सारा संगीत नदीम-श्रवण द्वारा रचित।

क्र॰शीर्षकगायकअवधि
1."मैं इस से मोहब्बत करता हूँ"उदित नारायण, मोहम्मद अज़ीज़, अलका याज्ञनिक6:03
2."ऐ मेरे दोस्त दोस्ती की कसम" (I)एस॰ पी॰ बालसुब्रमण्यम, कुमार सानु7:15
3."हमने खामोशी से तुम्हें" (महिला)अलका याज्ञनिक4:56
4."तारारम तारारम तारारम पा"एस॰ पी॰ बालसुब्रमण्यम7:01
5."सागर से गहरा है प्यार हमारा"अलका याज्ञनिक, एस॰ पी॰ बालसुब्रमण्यम7:25
6."ऐ मेरे दोस्त दोस्ती की कसम" (II)एस॰ पी॰ बालसुब्रमण्यम, कुमार सानु1:51
7."हमने खामोशी से तुम्हें" (पुरुष)पंकज उधास4:57
8."तुझको मेरी याद बहुत तड़पाएगी"विनोद राठोड़5:25
9."क्या जमाना आ गया"कुमार सानु, उदित नारायण7:17
10."ऐ मेरे दोस्त दोस्ती की कसम" (III)एस॰ पी॰ बालसुब्रमण्यम1:42

बाहरी कड़ियाँ

सन्दर्भ