मर्सिडीज-बेंज जी-क्लास

मर्सिडीज-बेंज जी-क्लास

Mercedes-Benz G 350 (W463)
अवलोकन
निर्माता
  • डेमलर-बेंज (1979–1998)
  • डेमलर क्रिसलर (1998–2007)
  • डेमलर एजी (2007–2022)
  • मर्सिडीज-बेंज समूह (2022–present)
अन्य नाम
  • मर्सिडीज-बेंज जी-वैगन(1979–वर्तमान)
  • मर्सिडीज-बेंज जी-वैगन
  • पुच जी
निर्माण 1979–वर्तमान
उद्योग
  • ऑस्ट्रिया: ग्राज़ (मैग्ना स्टेयर)
  • अल्जीरिया: टाएरेट (बीए6 जी क्लास)[1]
  • ग्रीस: थेसालोनिकी (हेलेनिक व्हीकल इंडस्ट्री एस.ए.)[2]
बॉडी और चेसिस
श्रेणी सैन्य ऑफ-रोडर
ऑफ-रोड वाहन
Luxury SUV
Pickup truck
सम्बंधित
  • Peugeot P4
  • Rheinmetall LIV (SO) (aka AGF)
  • Force Gurkha
  • Interim Fast Attack Vehicle
  • Mercedes-Benz W463 G 350 BlueTEC 01

मर्सिडीज-बेंज जी-क्लास(अंग्रेजी़:Mercedes-Benz G-Class) जिसे कभी-कभी बोलचाल की भाषा में जी-वैगन(Geländewagen का संक्षिप्त नाम) कहा जाता है। [3] यह ऑस्ट्रिया में मैग्ना स्टेयर (पूर्व में स्टेयर-डेमलर-पुच) द्वारा निर्मित एक चार-पहिया ड्राइव ऑटोमोबाइल है,जिसे मर्सिडीज-बेंज द्वारा बेची जाती है। इसे मूल रूप से एक सैन्य ऑफ-रोडर के रूप में विकसित किया गया था। बाद में इसमें और अधिक शानदार मॉडल जोड़े गए। कुछ बाजारों में 2000 तक इसे पुच नाम के तहत पुच जी के रूप में बेचा गया था।जी-वैगनकी विशेषता इसकी बाहरी आकर्षक बनाबट है,विभिन्न प्रकार के बाहरी बनाबट ग्राहकों को काफी आकर्षित करते हैं। यह बनावट में पूरी तरह से तीन लॉकिंग डिफरेंशियल का उपयोग करता है। यह इस प्रकार की सुविधा प्रदान करनेवाले कुछ यात्री कार वाहनों में से एक है।

2006 में इसमें अभीष्ट बदलाव कर एक नए मॉडल यूनीबॉडी एसयूवी मर्सिडीज-बेंज जीएल-क्लास के रूप में मार्केट में उतारा गया। इन सब के बावजूद जी-क्लास अभी भी उत्पादन में है। डेमलर के इतिहास में 43 वर्षों की अवधि के साथ सबसे लंबे समय तक उत्पादित वाहनों में से एक है। केवल यूनिमोग ही इससे आगे निकलता है। [4] 2018 में मर्सिडीज-बेंज ने मामूली डिजाइन परिवर्तन कर तकनीकी रूप से नई दूसरी पीढ़ी का शुभारंभ किया ।

इतिहास

Karl Benz (1844–1929) made the 1886 बेंज पेटेंट मोटोरवैगन, जिसे व्यापक रूप से पहला ऑटोमोबाइल माना जाता है।

ईरान के राजा मोहम्मद रजा शाह (उस समय एक महत्वपूर्ण मर्सिडीज शेयरधारक) द्वारा मर्सिडीज को दिए गए सुझाव से जी-क्लास को एक सैन्य वाहन के रूप में विकसित किया गया था। [5] 1979 में इसे एक असैनिक वाहन के रूप में नामित किया गया। इस सैन्य भूमिका में वाहन को कभी-कभी "भेड़िया" कहा जाता था।

जी-क्लास का विकास 1972 में ग्राज़, ऑस्ट्रिया में डेमलर-बेंज और स्टेयर-डेमलर-पुच के बीच एक सहकारी समझौते के साथ शुरू हुआ। मर्सिडीज-बेंज स्टटगार्ट के इंजीनियर डिजाइन और परीक्षण के प्रभारी थे, जबकि ग्राज़ में टीम ने उत्पादन योजनाओं का विकास किया। पहला लकड़ी का मॉडल 1973 में डेमलर-बेंज प्रबंधन को प्रस्तुत किया गया था, जिसमें 1974 में जर्मन कोलफील्ड्स, सहारा डेजर्ट और आर्कटिक सर्कल सहित विभिन्न परीक्षण शुरू करने वाले पहला चालनयुक्त प्रारूप था।


सन्दर्भ

सन्दर्भ की झलक

  1. "Algerian factory unveils new locally assembled truck for Algerian military". Db-defenceweb.co.za. मूल से 2015-10-09 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2015-03-16.
  2. "Cross country 1/4 ton military jeeps". ELBO. मूल से 2011-07-18 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2010-10-06.
  3. O'Kane, Sean (5 September 2021). "Mercedes-Benz Reveals an Electric G-Wagen Concept for the Future". The Verge. अभिगमन तिथि 12 May 2022.
  4. "Mercedes-Benz G-Class to be produced till 2020". MSN Arabia. मूल से 21 May 2012 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 7 August 2012.
  5. "Mercedes-Benz G-Wagen, Austria". मूल से 2016-12-27 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2012-01-04.