शेर की खाल वाला वीर
शेर की खाल वाला वीर सम्पादनें (जॉर्जीयन्: ვეფხისტყაოსანი)), Vepkhist'q'aosaniइस नाइट बाघों में त्वचाके रूप में transliterated) एक महाकाव्य कविता है, पर 1600 की निर्वाचकगण, 12 वीं सदी में जॉर्जीयन् महाकाव्य कवि शोथा रुस्थावेली, कौन था लिखा था एक राजकुमार और कोषाध्यक्ष ( Mechurchletukhutsesi) [के शाही दरबार में [तामार जॉर्जिया के। रानी तामार जॉर्जिया के]]. इस नाइट की पैंथर की त्वचा मेंअक्सर के रूप में जॉर्जिया है [[राष्ट्रीय महाकाव्य] देखा है]. यह कविता अत्यंत अपनी भाषा और नाटकीय असर के लिए साहित्य आलोचकों द्वारा की प्रशंसा की गई है। इस कविता पहले 1712 में, [में छपा था [टैबिलिसि]].