हंसावतार
हंसावतार ब्रह्माजीका मानस पुत्र सनकादि द्वारा सोधिएको प्रश्नको समाधान गर्न विष्णु भगवानले हंसावतार लिएको पौराणिक कथा छ । आफ्ना पिता ब्रह्मासँग मोक्ष सम्बन्धी प्रश्न सनकादिले सोधेको तर ब्रह्मा उत्तर दिन असमर्थ रहेकोले सनकादि तथा ब्रह्माजी भै भगवान विष्णुको ध्यान गरेको अनि विष्णु हंस रूपमा प्रकट भै प्रश्नको समाधान गरेको र सनकादि तथा ब्रह्माले हंस नारायणको पूजन गरे पश्चात् हंस अदृश्य भएको पौराणिक कथा छ ।
अन्तर्गत एक शृङ्खलाको भाग |
हिन्दु धर्म |
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प्रारम्भ
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अवधारणाहरू
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अभ्यासहरू
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पवित्र ग्रन्थहरू
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हंसावातर विस्तृतजानकारी
यो पनि हेर्नुहोस
भगवान विष्णुका २४अवतारहरू | ||
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मुख्य १० अवतार | • मत्स्य अवतार • कूर्म अवतार • बराह अवतार • नृसिँह अवतार • वामन अवतार • परशुराम अवतार • श्रीराम अवतार • श्रीकृष्ण अवतार • बलराम • बुद्ध अवतार • कल्की अवतार | |
अन्य १४ अवतार | ||
उत्तर भारतमा बुद्धलाई नवौ अवतार तथा दक्षिण भारतमा बलरामलाई नवौ अवतार मानिएको छ। |
श्रुति | ||
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स्मृति | ||
विचार | ||
दर्शन | साँख्य • न्याय • वैशेषिक दर्शन • योग दर्शन • मीमांसा दर्शन • वेदान्त दर्शन • तन्त्र • भक्ति • चार्वाक दर्शन • बौद्ध दर्शन • जैन दर्शन | |
गुरु | शंकर • रामानुज • निम्बार्काचार्य • मध्वाचार्य • रामकृष्ण • शारदा देवी • स्वामी विवेकानन्द • यामुनाचार्य • स्वामीनारायण | |
विभाजन | ||
देवता | देवता • हिन्दु कथा | |
युग | ||
वर्ण | ||
परम्परा | ||